ग्रेटर नोएडा के खानपुर में करीब छह माह पहले ब्याह कर आई बहू घूंघट की आड़ के चलते-चलते ससुराल के रास्तों से परिचित नहीं हो सकी। शनिवार को वह घर से निकली तो रास्ता भटककर दूसरे गांव जा पहुंची। सोमवार को दनकौर पुलिस ने महिला को उसके ससुराल वालों से मिलाया।
रोहतक की रहने वाली पूजा की छह महीने पहले ग्रेटर नोएडा के खानपुर गांव में शादी हुई थी। वह शनिवार शाम डॉक्टर के पास जाने लिए घर से निकली थी। वह डॉक्टर के पास बिलासपुर तो पहुंच गई लेकिन घर वापस जाते समय रास्ता भूल गई और भटकते हुए बिलासपुर के निकट बुलंदखेड़ा जा पहुंची। तब तक काफी रात हो चुकी थी। वहां पूजा ने एक ग्रामीण का दरवाजा खटखटाया। ग्रामीण ने महिला को अपने घर में शरण दी और उसके गांव के बारे में पूछा लेकिन पूजा को गांव का नाम तक याद नहीं था। साथ ही कहा कि घूंघट में रहने के कारण उन्हें गांव का रास्ता भी नहीं पता है। वह इतना ही बता सकी कि उसका पति ड्राइवर है, जो फिलहाल गांव से बाहर है और उसकी सास का नाम रामवती है। दूसरी तरफ बहू के घर न आने पर सास रामवती ने भी उसे गांव-गांव ढूंढना शुरू कर दिया।
रविवार को बुलंदखेड़ा के ग्रामीणों ने बिलासपुर पुलिस चौकी को मामले की सूचना दी। पुलिस ने भी पूजा के घर का पता लगाने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। सोमवार को महिला ने पुलिस को बताया कि अगर उसे सिरसा गोलचक्कर तक पहुंचा दिया जाए तो वह गांव का रास्ता बता देगी। बिलासपुर पुलिस चौकी के इंचार्ज जितेंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस की टीम महिला को लेकर सिरसा गोलचक्कर पहुंची तो उसने अपनी ससुराल का रास्ता बता दिया। उसके बाद पुलिस उसे उसकी ससुराल लेकर पहुंची और उसकी सास रामवती के सुपुर्द कर दिया।