नई दिल्ली
इस दिवाली प्याज की कीमत लोगों को रुला रही है। सिर्फ एक हफ्ते में इसकी कीमत डबल हो गई है। एक हफ्ते पहले जहां प्याज की कीमत 20 रुपये से 25 रुपये प्रति किलो थी वही अब यह 40 से 50 रुपये के करीब है। थोक बाजार से जुड़े सूत्रों ने भविष्यवाणी की है कि अगले कुछ हफ्तों तक प्याज की ऊंची कीमत बरकरार रहेगी।
प्याज की कीमतों में यह उछाल नासिक और कर्नाटक से सप्लाई में कमी की वजह से आई है। भारी बारिश की वजह से वहां फसलों को काफी नुकसान हुआ है। एशिया के सबसे बड़े थोक सब्जी बाजार आजादपुर मंडी में ज्यादातर प्याज नासिक और कर्नाटक से ही मंगाए जाते हैं। मंडील के लिए गुजरात भी प्याज का एक बड़ा स्रोत है लेकिन वहां भी इस साल बारिश की वजह से प्याज का उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
आजादपुर मंडी के पूर्व सदस्य महेंदर सनपाल ने बताया, ‘मध्य प्रदेश से भी सप्लाई बंद हो चुकी है क्योंकि एमपी सरकार ने किसानों से प्याज लेकर उसे सस्ते में बेच दिया है। इस वजह से राज्य में प्याज का स्टॉक भी खत्म हो चुका है।’ सप्लाई और डिमांड के बीच इस गैप की वजह से कीमतें ऊंची हुई हैं।
पूर्वी दिल्ली के शकरपुर की एक गृहणी विमला शर्मा ने कहा, ‘बिना प्याज के कोई भी सब्जी नहीं बनाई जा सकती। पिछले हफ्ते मैंने 25 रुपये प्रति किलो के हिसाब से 2 किलोग्राम प्याज खरीदे थे। आज मैंने 50 रुपये प्रति किलो खरीदे हैं।’ मयूर विहार में सब्जी की दुकान चलाने वाले विनोद कुमार कहते हैं, ‘मेरे पास 2 तरह के प्याज हैं। एक 40 रुपये प्रति किलो और दूसरा 50 रुपये प्रति किलो।’ वह बताते हैं कि प्याज की गुणवत्ता के हिसाब से कीमतों में फर्क है।
प्याज की कीमतों में यह उछाल सिर्फ दिल्ली-एनसीआर को प्रभावित नहीं करेगा। आजादपुर मंडी से हरियाणा, पश्चिमी यूपी, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के तमाम छोटे थोक बाजारों में प्याज की सप्लाई होती है।
प्याज कारोबारी संघ आजादपुर के श्रीकांत मिश्रा बताते हैं कि पिछले हफ्ते प्याज के ट्रकों की तादाद में 40 प्रतिशत की कमी आई है। मिश्रा आजादपुर मंडी में कारोबारियों द्वारा प्याज की किसी तरह की जमाखोरी से इनकार करते हैं लेकिन वह बढ़ी हुई कीमतों के लिए रिटेलर्स को भी दोष देते हैं। उन्होंने कहा, ‘मीडिया में प्याज की कीमतों में उछाल की खबर चलने के बाद रिटेलर्स इसका फायदा उठा रहे हैं और कीमतों में इजाफा कर दिए हैं। लेकिन आजादपुर मंडी में प्याज का थोक मूल्य 2,700 रुपये प्रति कुंतल से ज्यादा नहीं है।’