वॉशिंगटन
अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच जुबानी जंग भले ही अपने चरम पर हो, लेकिन अमेरिका की तरफ से दोनों देशों के बीच संबंधों को सामान्य करने के प्रयास भी हो रहे हैं। इस बात का संकेत अमेरिका के विदेश मंत्री के उस बयान से मिला, जिसमें उन्होंने कहा, ‘पहला बम गिरने तक उत्तर कोरिया के साथ राजनयिक प्रयास जारी रहेंगे।’ टिलरसन ने बताया कि राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने उन्हें ऐसा करने का निर्देश दिया है। टिलरसन ने बताया, ‘प्रेजिडेंट ट्रंप ने उन्हें पहला बम गिरने तक राजनयिक प्रयासों को जारी रखने का निर्देश दिया है।’
बता दें कि इससे पहले ट्रंप ने ट्वीट कर टिलरसन की नॉर्थ कोरिया से बातचीत की कोशिश को ‘समय की बर्बादी’ बताया था। ट्रंप ने टिलरसन को ‘अपनी ऊर्जा बचाने’ की सलाह दी थी। ट्रंप ने कहा था, ‘रेक्स लिटिल रॉकेट मैन के साथ बातचीत करने की कोशिश में अपना टाइम बर्बाद कर रहे हैं।’
एक स्थानीय न्यूज चैनल से बातचीत में टिलरसन ने बताया, ‘ट्रंप ने उन्हें बेहद साफ शब्दों में राजनयिक प्रयासों को जारी रखने का निर्देश दिया है।’ टिलरसन का यह बयान उसके बाद आया, जब प्योंगयांग के कई बार हथियारों के टेस्ट करने से नॉर्थ कोरिया और यूएस के बीच टेंशन का माहौल है और दोनों देशों के नेताओं के बीच जुबानी जंग भी जोरों पर है।
नॉर्थ कोरिया पिछले हफ्तों में कई बार न्यूक्लियर टेस्ट कर चुका है और जापान के ऊपर से दो मिसाइलों का परीक्षण कर चुका है। टिलरसन इसे लेकर चीन के भी सम्पर्क में हैं, ताकि उत्तर कोरिया को थोड़ा शांत रखा जा सके। टिलरसन ने न्यूज चैनल से कहा कि ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बेहद करीबी संबंध हैं और चीन अमेरिका की स्थिति को समझता है। नॉर्थ कोरिया को लेकर यूएस पॉलिसी से चीन कतई भी अनभिज्ञ नहीं है।