मेरठ
तिब्बत के निर्वासित बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा का कहना है कि भारत को चीन की जरूरत है और चीन को भारत की। ऐसे में हिंदी चीनी भाई-भाई वाली सभ्यता को विकसित करना होगा। तभी आपसी भाईचारे के तहत डोकलाम मुद्दे को सही तरीके से सुलझाया जा सकता है। दलाई लामा ने कहा कि उनका मानना है कि चीन कभी भी भारत पर हमला नहीं कर सकता।
बौद्ध धर्मगुरु सोमवार को मेरठ में डीएवी स्कूल के एक कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए आए थे। इस मौके पर दलाई लामा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय नीति के तहत बहुत कुछ सोचने की जरूरत पड़ती है। सीमा से लगे देश में वक्त के साथ माहौल बदलता रहता है लेकिन भारत और चीन के हालात ऐसे हैं कि उनको साथ मिलकर ही चलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यह बात गलत है कि चीन भारत पर हमला कर सकता है, ऐसा संभव नहीं है।
मेरठ में भारतीय परंपराओं के साथ स्कूल प्रशासन ने दलाई लामा का पूरी गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। इस दौरान पुलिस प्रशासन बौद्ध धर्मगुरु की सुरक्षा को लेकर काफी मुस्तैद नजर आया। खुद एडीजी प्रशांत कुमार और एसएसपी मंजिल सैनी समेत कई थानों की फोर्स को लगाया गया था। खुफिया विभाग भी दलाई लामा को लेकर सतर्क नजर आया। दलाई लामा के साथ भारत के कई हिस्सों के अलावा विदेश के लोग भी इस कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे। कर्यक्रम में काफी तादाद में स्कूली बच्चों ने हिस्सा लिया।