पेइचिंग
चीन ने कहा है कि अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन की ओर से भारत के साथ संबंधों को प्रगाढ़ बनाने पर जोर देने और पेइचिंग की आलोचना करने में पक्षपात की बू आती है। अपने दौरे से पहले टिलरसन ने भारत की जमकर तारीफ की है। चीन का सरकारी मीडिया इसे चीन को काउंटर बैलेंस करने के लिए नई दिल्ली को अपने पक्ष में करने की अमेरिकी नीति के रूप में देख रहा है।
भारत के अपने दौरे से पहले टिलरसन ने कहा था कि चीन उकसावे वाली कार्रवाई कर रहा है और दूसरे देशों की संप्रभुता का सम्मान नहीं कर रहा है। टिलरसन ने कहा था कि अनिश्चितता और चिंता के इस दौर में भारत को विश्व स्तर पर एक भरोसेमंद साझेदार की जरूरत है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा कि बहुत सारे मीडिया की भारत और अमेरिका के बीच संबंधों के विकास में काफी दिलचस्पी है।
उन्होंने कहा, हम दोनों देशों के बीच संबंधों के विकास को देखकर तब तक खुश हैं जब तक वे क्षेत्र के शांतिपूर्ण विकास और क्षेत्र के देशों के बीच रिश्तों के बढ़ने के पक्ष में हैं। लू ने कहा कि चीन आशा करता है कि वॉशिंगटन चीन के विकास और अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चीन की भूमिका को निष्पक्ष ढंग से देखेगा।
अमेरिका के आरोपों पर लू ने कहा कि चीन ने हमेशा संयुक्त राष्ट्र के मूल्यों का सम्मान किया है। संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों के आधार पर बहुपक्षीय वर्ल्ड ऑर्डर का पालन किया है। साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि चीन अपने हितों और अधिकारों की रक्षा करता रहेगा।