भोपाल/रायसेन
दीवाली के दूसरे दिन मप्र के सिरोंज और रायसेन जिले में गोवर्धन पूजा के मौके पर पारंपरिक भैंसा की लड़ाई कराई गई। इस दौरान भैंसा बेकाबू हो गए और भीड़ की ओर ही दौड़ पड़े। भैंसा सामने आते देख लोगों में भगदड़ मच गई और सभी लोगों जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे। तभी तीन बच्चे भैंसों के पैर के नीचे आ गए। भैंसों द्वारा कुचले जाने से बच्चों को काफी चोट आई है।
जानकारी के अनुसार गोवर्धन पूजा के मौके पर हर साल यादव समाज द्वारा भैंसों की लड़ाई आयोजित कराई जाती है। समाज के लोगों का कहना है कि ऐसा करने से प्रदेश में धन-धान्य बढ़ेगा और खुशहाली आएगी। इस दिन यादव समाज से लोग खासतौर पर गोबर से पर्वत बनाते हैं और उसकी पूजा करते हैं। लोगों की मान्यता है कि ऐसा करने से इंद्र देव व प्रकृति खुश होती है।
ग्रामीण अंचल में प्रचलित मान्यता
गोवर्धन पूजा को अन्नकूट भी कहा जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान कृष्ण ने वृंदावन को भारी बारिश से बचाया था। वृंदावन के लोगों को बचाने के लिए उन्होंनें गोवर्धन पर्वत को अपने हाथ की छोटी उंगली पर उठा लिया था। इस तरह उन्होंने पूरे वृंदावन को भारी बारिश और तूफान से बचाया था।
मान्यता है कि इस दिन भगवान कृष्ण ने स्वर्गलोक के राजा भगवान इन्द्र को पराजित किया था। भगवान कृष्ण ने वृंदावन धाम के लोगों से कहा कि प्रकृति की पूजा करें क्योंकि प्रकृति ही लोगों को सब-कुछ देती है। इस तरह भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत की पूजा करने के लिए कहा और लोगों को प्रकृति के प्रति जागरूक किया। इसलिए ही इस दिन गोवर्धन पूजा की जाती है।