भोपाल
बजरिया इलाके में पिता से नाराज 22 वर्षीय एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक अपने पिता से एक्टिवा की किस्त भरने की जिद कर रहा था। पिता ने बस इतना कहा था कि दीपावली के बाद भर देना।शंकराचार्य, बजरिया निवासी मोहन मालवीय नगर निगम में नौकरी करते हैं। 22 वर्षीय इकलौता बेटे शुभम को जॉब नहीं करता था। उसने पापा से जिद करके कुछ समय पहले ही एक एक्टिवा किस्त पर ली थी।
शुभम, पापा से दो दिन से गाड़ी की किस्त भरने की जिद कर रहा था। पिता ने उससे कहा कि दीवाली है। अभी बैंक बंद हैं। दो दिन बाद बैंक खुलेंगे। इसके बाद किस्त भर देना। जल्दी क्या पड़ी है। इससे नाराज होकर वह घर से निकल गया।- देर रात तक घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने उसकी तलाश की, लेकिन वह नहीं मिला। दीपावली की सुबह पिता उसे देखने शंकराचार्य नगर स्थित अपने दूसरे मकान पर पहुंचे। यहां वह फंदे पर लटका मिला।
हालांकि पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। मोहन ने पुलिस को भी गाड़ी की किस्त नहीं भरने को लेकर बेटे के नाराज होने की बात बताई है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
दीवाली के दिन सुबह-सुबह बाथरूम में लटका मिला शव
इधर,गोविंदपुरा इलाके में 23 वर्षीय एक युवक घर पर पर्स और मोबाइल फेन रखकर निकल गया। सुबह-सुबह वह घर के बाथरूम में फांसी पर मिला। पुलिस को मौके से न तो कोई सुसाइड नोट मिला है और न ही परिजनों ने कोई कारण ही बताए हैं। विकास नगर, गोविंदपुरा निवासी संतोष दुबे एक निजी ट्रेवल्स में गाड़ी चलाते हैं। तीन बेटियों में संतोष का 23 वर्षीय सूरज दुबे इकलौता बेटा था।
वह कोरियर कंपनी में जॉब करता था। गोविंदपुरा पुलिस के अनुसार बुधवार शाम सूरज घर पर पर्स और मोबाइल फोन रखकर निकल गया। काफी देर तक घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने सूरज की तलाश शुरू की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। रात करीब तीन बजे परिजन घर के दरवाजे लगाकर सो गए। सुबह 5 बजे संतोष बाथरूम गए तो सूरज उन्हें फंदे पर लटका मिला।