नई दिल्ली
ऐसे वक्त में जब ताज महल को लेकर नेताओं की बयानबाजियां जारी हैं, अभिनेता से नेता बने परेश रावल ने कहा है कि जारी बहस गैरजरूरी और तकलीफदेह है। रावल ने निराशा जाहिर करते हुए कहा कि ताज महल प्रेम का प्रतीक है लेकिन उसे नफरत का प्रतीक बना दिया गया है।
अहमदाबाद ईस्ट से बीजेपी एमपी परेश रावल ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ‘प्यार का प्रतीक ताज महल नफरत का प्रतीक बन चुका है!!! मूर्खतापूर्ण और गैरजरूरी, दुखद और तकलीफदेह विवाद!’
बता दें कि यूपी सरकार ने ताज महल का नाम अपने पर्यटन बुकलेट में नहीं छापा है जिसके बाद से ही लगातार बयानबाजियां चल रही हैं। बीजेपी नेता संगीत सोम ने सरकार के इस कदम का समर्थन करते हुए ताज को भारतीय संस्कृति पर धब्बा बताया था।