नई दिल्ली
अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन 3 दिवसीय भारत दौरे पर हैं. बुधवार को उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात के बाद एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने भारत की जमकर तारीफ की और आतंकवाद को खत्म करने की बात फिर दोहराई.
संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपनी बात रखते हुए रेक्स टिलरसन ने सबसे पहले भारत और प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया. उसके बाद टिलरसन ने कहा, “भारत और अमेरिका के बीच करीबी संबंध है. अमेरिका भारत के तीव्र विकास का समर्थन करता है. अमेरिका ने F 16 और F 18 के लिए अच्छा प्रस्ताव दिया है. अमेरिका की एशिया की नई नीति में भारत अहम रोल निभाएगा. आतंकवाद को अब और सहन नहीं किया जाएगा. आतंकवाद से लड़ने में अमेरिका भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहेगा. भारत और अमेरिका अपने आर्थिक सहयोग को और मजबूत करेंगे.”
संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सुषमा स्वराज ने कहा, “आतंकवाद पर हमारी विस्तृत चर्चा हुई. इसके साथ साउथ एशिया पॉलिसी और उसके क्रियान्वयन पर बातचीत का गई है. किसी भी देश को आतंकवाद को संरक्षण नहीं देना चाहिए. पाकिस्तान को आतंकवाद को संरक्षण देना बंद करना चाहिए. आतंकवाद पर राष्ट्रपति ट्रंप की नीति तभी सफल हो सकती है जब पाकिस्तान आतंकवादी समूहों पर कार्रवाई करेगा. भारत एक स्थिर, समृद्ध, लोकतांत्रिक अफगानिस्तान चाहता है. हमने एच 1 बी वीजा पर संयुक्त राज्य में काम करने वाले भारतीयों के महत्वपूर्ण योगदान पर भी चर्चा की.”
भारत आने से पहले टिलरसन ने पाकिस्तान को सख्त शब्दों में हिदायत दे दी है. उन्होंने पाकिस्तान के शीर्ष नेतृत्व को सख्त शब्दों में कहा कि उन्हें देश में सक्रिय आतंकवादियों के खात्मे के लिए और प्रयास करने होंगे. टिलरसन मंगलवार रात को नई दिल्ली पहुंचे हैं मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी के साथ मुलाकात में टिलरसन ने द्विपक्षीय सहयोग और साझेदारी, अमेरिका और पाकिस्तान के बीच आर्थिक संबंधों को बढ़ाने और क्षेत्र में पाकिस्तान की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की.
टिलरसन पिछले दो महीने में भारत आने वाले ट्रंप प्रशासन के दूसरे सर्वोच्च अधिकारी हैं. पिछले महीने अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस भारत आये थे. टिलरसन की तीन दिन की भारत यात्रा से पहले विदेश मंत्रालय ने कहा था कि इसमें भारत-अमेरिका साझेदारी को और मजबूत करने पर विस्तृत चर्चा की जाएगी.
सुषमा और टिलरसन की बैठक में रक्षा, आतंकवाद निरोधक उपायों, सुरक्षा, ऊर्जा तथा व्यापार के रणनीतिक महत्व वाले क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करने पर बातचीत हो सकती है. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया था कि भारत के साथ अमेरिका के संबंध रणनीतिक महत्व वाले हैं जो दक्षिण एशिया तक ही सीमित नहीं हैं.
सुषमा ने पाकिस्तान को फिर बताया आतंक की शरणस्थली
सुषमा स्वराज ने अपने समकक्ष अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन से मुलाकात के दौरान पाकिस्तान की जमीन से चल रहे आतंकवाद पर भी चर्चा की। संयुक्त बयान में सुषमा ने बताया कि दोनों देश इस बात पर सहमत थे कि हमें सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी देश आतंकवादियों को शरण न देने पाए। हम इस बात पर सहमत थे कि पाकिस्तान को अपने यहां आतंकवादियों की शरणस्थली को तुरंत खत्म करे, तभी राष्ट्रपति ट्रंप की नई रणनीति प्रभावी हो सकती है।
पाकिस्तान को सख्त संदेश
पाकिस्तान में अमेरिकी दूतावास ने कहा कि टिलरसन ने राष्ट्रपति ट्रंप के उसी संदेश को दोहराया जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान को अपनी धरती पर सक्रिय आतंकियों और उग्रवादियों के खात्मे के लिए प्रयास और बढ़ाने चाहिए.