भोपाल
दुनियाभर में सायबर अटैक की चेतावनी के बीच मंगलवार को दूसरे दिन भी शहर के कई एटीएम बंद रहे। कई जगह ताला पड़ा मिला, तो कइयों में कैश नहीं था। वहीं सोशल मीडिया और मोबाइल पर भी तरह-तरह के मैसेज चलते रहे। एटीएम से पैसे न निकालने की चेतावनी भी आईं।
राजधानी में अब भी कई बैंकों एटीएम सालों पहले माइक्रोसॉफ्ट द्वारा असुरक्षित करार दिए गए ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज एक्सपी पर ही चल रहे हैं। वर्ष 2014 से माइक्रोसॉफ्ट ने इसे सपोर्ट करना बंद कर दिया है। रैन्समवेयर के खतरे के बाद हरकत में आई बैंक फटाफट अपने सॉफ्टवेयर को अपग्रेड करने में जुटी हैं। हालांकि सोमवार रात के बाद ही यह काम शुरू हो सका। एटीएम सोर्स करने वाली एजेंसियों की मानें तो ऑपरेटिंग सिस्टम को तुरंत अपग्रेड करने की जरूरत है।
भोपाल में बैंकों से होता है रोज 400 करोड़ रुपए का लेन-देन
राजधानी में बैंकों से रोजाना करीब 400 करोड़ रुपए का लेन-देन होता है। इसमें आधा लेन देन अल्टरनेट चैनल जैसे एटीएम, पॉस मशीन,मोबाइल और इंटरनेट बैंकिंग के जरिए होता है। अभी भी एटीएम सबसे पसंदीदा आल्टरनेट चैनल हैं। 800 एटीएम हैं शहर में, इनमें से 600 अब भी पुराने सॉफ्टवेयर पर ही चल रहे हैं।