अहमदाबाद
बीजेपी के प्रमुख चुनावी मुद्दे ‘विकास’ की मनोरंजक तरीके से पैरोडी बनाकर सवाल करने वाले कैम्पेन ‘विकास गांडो थयो छे’ (विकास पागल हो गया है) के पीछे पटेल समुदाय के युवक अहमदाबाद के सागर सवालिया का हाथ था। यह कैम्पेन सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था और विपक्षी पार्टियों ने भी इसका इस्तेमाल भी किया।
सिविल इंजिनियरिंग के स्टूडेंट सागर (20), हार्दिक पटेल की अगुवाई वाली पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (PAAS) के आईटी सेल को लीड करते हैं। उन्होंने ही सबसे पहले 24 अगस्त को फेसबुक पर विकास गांडो थयो छे’ (विकास पागल हो गया है) पोस्ट किया था। उन्होंने यह लाइन हाईवे पर एक बस के साथ पोस्ट की थी, जिसका एक्सेल टूट गया था और दो पहिए भी बाहर आ गए थे।
सागर ने बताया, ‘मेरे पोस्ट को उसी दिन 200 लोगों ने शेयर किया था और 1 हफ्ते के अंदर ही यह कैम्पेन वायरल हो गया। उसके बाद कांग्रेस के आईटी सेल ने भी इसी टैगलाइन का इस्तेमाव करना शुरू कर दिया।’
PAAS के साथ जुड़ाव के बारे में पूछने पर सागर ने कहा, ‘पाटीदार आरक्षण आंदोलन के दौरान पुलिस ने हमारी गाड़ियों को काफी नुकसान पहुंचाया था। इसी की वजह से मैं संगठन से जुड़ गया।’ गौरतलब है कि गुजरात में 9 दिसंबर और 14 दिसंबर को दो चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं। कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने ‘विकास गांडो थयो छे’ कैंपेन से बीजेपी को घेर रखा है।