नई दिल्ली
वर्ल्ड बैंक की ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनस’ में भारत की रैकिंग में सुधार पर जारी सियासत के बीच शनिवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्व की यूपीए सरकार और कांग्रेस पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने बिना नाम लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वर्ल्ड बैंक में काम कर चुके लोग भी भारत की रैंकिंग में हुए सुधार पर सवाल उठा रहे हैं। मोदी ने 2004 से 2014 तक के साल का जिक्र कर यूपीए सरकार पर भी कटाक्ष किया।
दिल्ली के प्रवासी भारतीय केंद्र में आर्थिक सुधारों पर आयोजित कार्यक्रम में मोदी ने कहा, ‘कुछ लोगों को भारत की रैंकिंग में सुधार समझ नहीं आता है। उनको कोई फर्क नहीं पड़ता कि भारत की रैकिंग 100 हो गई है। इनमें कुछ लोग तो ऐसे हैं जो वर्ल्ड बैंक में भी रह चुके हैं। वह भी भारत की रैंकिंग पर सवाल उठा रहे हैं। मैं ऐसे लोगों से कहना चाहता हूं यदि कानून सुधार किए जाते, तो आपको इसका श्रेय मिलता। देश की स्थिति सुधारने के लिए किया कुछ नहीं है, लेकिन जो कर रहा है उस पर सवाल पूछ रहे हैं।’
पीएम ने कहा, ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनस की प्रक्रिया 2004 में शुरू हुई थी। दरअसल यह बड़ा महत्वपूर्ण साल था। बिना नाम लिए यूपीए सरकार पर तंज कसते हुए पीएम ने कहा कि इसके बाद 2014 तक किसकी सरकार रही, यह सबको पता है। मैं ऐसा पीएम हूं जिसने वर्ल्ड बैंक की इमारत भी नहीं देखी है। जबकि पहले वर्ल्ड बैंक को चलाने वाले लोग यहां बैठा करते थे। वर्ल्ड बैंक कि रैकिंग पर सवाल उठाने के बजाय मिल-जुलकर न्यू इंडिया बनाने के लिए साथ मिलकर आग बढ़ें।’
मोदी ने कहा कि मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति के कारण ही देश में कारोबार के माहौल को बेहतर किया गया है। उन्होंने कहा, ‘हम तेजी से सुधार कर रहे हैं। हमारी आलोचना करने वाले भी हमारे तेजी से हो रहे सुधार को पचा नहीं पा रहे हैं। जीएसटी की दिक्कतों को दूर किया है। जीएसटी के कारण ही ईज ऑफ डूइंग बिजनस की स्थिति सुधरी। ईज ऑफ डूइंग बिजनस को लेकर भारत की रैकिंग में सुधार के बाद भी सोने का मन नहीं करता है। हम भारत को नॉलेज बेस्ड इकॉनमी बनाना चाहते हैं।’
गौरतलब है कि कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी काफी समय से नोटबंदी और जीएसटी पर पीएम मोदी और एनडीए सरकार की ओलचना कर रहे हैं। राहुल ने नोटबंदी को गलत फैसला तक कहा है। उन्होंने कई बार कहा कि नोटबंदी से ब्लैक मनी खत्म नहीं हुई। उन्होंने कहा है कि ब्लैक मनी तो विदेशी बैंक में जमा है। राहुल ने जीएसटी को छोटे व्यापारियों के लिए नुकसानदेह बताया। राहुल शुक्रवार को गुजरात में एक रैली के दौरान कहा कि सत्ता में आने पर वह जीएसटी में बदलाव करेंगे।