दुबई
पूर्व कप्तान और भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने पहली बार अपनी आलोचनाओं पर खुलकर बात की है। उन्होंने कहा कि सभी के अपने-अपने विचार होते हैं और उनका सम्मान करना चाहिए। खलीज टाइम्स को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने यह बात अजीत अगरकर और वीवीएस लक्ष्मण के बयान के बारे में पूछे जाने पर कहा।
बता दें कि टी 20 में खराब प्रदर्शन पर धोनी को टीम से बाहर करने की बहस तब शुरू हो गई है। दरअसल, धोनी ने न्यू जीलैंड के खिलाफ सीरीज के दूसरे टी-20 में 26 रन बाउंड्री के जरिए सिर्फ 5 बॉल में ही बटोरे थे, जिसमें 3 सिक्स और 2 चौके शामिल थे। लेकिन बाकी की 32 बॉल में वह सिर्फ 23 रन ही बना पाए। तब भारत के पूर्व तेज गेंदबाज अगरकर ने कहा था टी-20 में अब भारत को और विकल्पों के बारे में सोचना चाहिए।
लक्ष्मण का यह था बयान
पूर्व स्टायलिश बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने कहा अब समय आ गया है कि टी-20 फॉर्मैट के लिए धोनी का विकल्प तलाशा जाय। उन्होंने कहा कि धोनी ने दूसरे टी20 मैच में 37 गेंद में 132 के स्ट्राइक रेट से 49 रन की पारी खेली थी, जो बुरा प्रदर्शन नहीं है, लेकिन पिछले एक साल में उनका स्ट्राइक रोटेट करने में नाकाम रहना चिंता की बात है।
क्या है वीरू का कहना?
वीरेंद्र सहवाग ने इस बारे में कहा था कि महेंद्र सिंह धोनी को टी20 टीम में अपनी भूमिका समझनी होगी। उन्हें बड़े स्कोर का पीछा करते हुए शुरू में ही तेजी से रन बनाने होंगे। टीम मैनेजमेंट को उन्हें इस बारे में बताना होगा। हालांकि विराट कोहली की अगुआई वाली टीम को अभी धोनी की जरूरत है। वह सही समय आने पर संन्यास लेंगे और कभी किसी युवा खिलाड़ी का रास्ता नहीं रोकेंगे।