भोपाल
सुल्तानिया अस्पताल में भर्ती 12 साल की दुष्कृत्य पीड़ित बच्ची का गर्भपात कराया जा रहा है। बच्ची की कम उम्र व खून की कमी के चलते डॉक्टरों की रिपोर्ट पर पुलिस व बाल कल्याण समिति ने यह निर्णय लिया है। अबार्शन के लिए डॉक्टरों की टीम बनाई गई है। बालिका को शनिवार दोपहर में गर्भपात के लिए इंजेक्शन व अन्य दवाएं दी गई हैं। बता दें कि भोपाल रेलवे स्टेशन में उसके साथ दुष्कृत्य हुआ था। जीआरपी में एफआईआर दर्ज होने के बाद सोनोग्राफी जांच में बच्ची के गर्भवती होने की पुष्टि हुई थी।
सुल्तानिया अस्पताल के डॉक्टरों ने अपनी रिपोर्ट में पीड़िता का अबार्शन कराने की सलाह दी। इसके पीछे डॉक्टरों का तर्क था कि बच्ची की उम्र बहुत कम है। उसकी शारीरिक स्थिति मां बनने लायक नहीं है। डॉक्टरों की सलाह पर बाल कल्याण समिति, पुलिस और पीड़िता की बड़ी बहन ने भी सहमति दे दी। इसके बाद शनिवार को डॉक्टरों ने अबार्शन की प्रक्रिया की । अस्पताल अधीक्षक डॉ. करण पीपरे ने बताया कि गर्भपात के लिए इंजेक्शन लगाया गया है। एक-दो दिन में भ्रूण टुकड़ों में निकल जाएगा। पीड़िता को खून की कमी है। उसका हीमोग्लोबिन सिर्फ 10 ग्राम है। लिहाजा उसे एक यूनिट ब्लड भी चढ़ाया गया है।