गुरुग्राम
8 सितंबर को भोंडसी के रायन इंटरनैशनल स्कूल के प्रद्युम्न हत्याकांड में रोज कोई न कोई नई बात सामने आ रही है। सीबीआई द्वारा की गई शुरुआती पूछताछ में यह पता चला था कि एग्जाम और पीटीएम टलवाने के लिए एक सीनियर छात्र ने प्रद्युम्न का गला रेतकर हत्या कर दी थी, जिसे वह जानता तक नहीं था। लेकिन पूछताछ और जांच आगे बढ़ने के साथ यह बात सामने आ रही है कि प्रद्युम्न और आरोपी छात्र एक-दूसरे को अच्छी तरह जानते थे और आरोपी छात्र उसे बहला-फुसलाकर वॉशरूम लेकर गया था, जहां उसने उसे मौत दी।
प्रद्युम्न और आरोपी छात्र दोनों पियानो क्लास करते थे। इन्हीं क्लासेस के कारण दोनों एक-दूसरे को जानते थे और यही जान-पहचान प्रद्युम्न के लिए जानलेवा साबित हुई। प्रद्युम्न के परिवार ने भी यह बताया था कि वह बीते दो सालों से पियानो क्लास जाता था। शनिवार को काउंसलिंग के दौरान आरोपी छात्र ने जूवेनाइल जस्टिस बोर्ड को बताया कि 8 सितंबर की सुबह स्कूल पहुंचने के बाद उसने अपना बैग क्लास में रखा और सोहना मार्केट से खरीदा हुआ चाकू लेकर ग्राउंड फ्लोर पर आ गया। गला रेते जाने के बाद प्रद्युम्न ने खून की उल्टी की और चाकू पर गिर गया, जिसकी वजह से दूसरा घाव हुआ, जो बहुत गहरा था।
आरोपी छात्र प्रद्युम्न को जानता था इसलिए वह किसी मदद के बहाने बड़ी आसानी से उसे वॉशरूम ले गया और और उसका गला रेत दिया। आरोपी ने बताया, प्रद्युम्न ने पीठ पर बैग टांग रखा था, जिसने आरोपी के लिए कवच का काम किया और उसके कपड़ों पर खून का कोई निशान या छींटें नहीं पड़ीं। इसके बाद चाकू को वॉशरूम में छोड़कर वह बाहर निकल गया और माली व टीचर्स को जानकारी दी। इसके अलावा, जूवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने उसने कथित रूप से यह भी कबूल किया कि उसे एग्जाम का खौफ था और वह किसी भी सूरत में उसे टलवाना चाहता था।
तीन दिन की रिमांड खत्म होने के बाद शनिवार को सीबीआई ने आरोपी छात्र को जूवेनाइल जस्टिस मैजिस्ट्रेट देवेंद्र सिंह के सामने पेश किया था। जांच एजेंसी ने रिमांड बढ़ाए जाने की कोई मांग नहीं रखी, इसलिए कोर्ट ने आरोपी छात्र को 22 नवंबर तक के लिए फरीदाबाद के सुधार गृह भेज दिया।
कोर्ट को सौंपी गई रिपोर्ट में सीबीआई ने कहा कि आरोपी छात्र ने यह कबूल कर लिया है कि उसी ने वॉशरूम में प्रद्युम्न का कत्ल किया था। एक सूत्र के मुताबिक, ‘आरोपी छात्र का कहना है कि पैरंट्स के बीच रोजाना के झगड़ों की वजह से घर का वातावरण बेहद खराब हो गया था इसलिए उसका पढ़ाई में मन नहीं लगता था।’ सूत्र ने आगे बताया कि जिला चाइल्ड प्रोटेक्शन यूनिट अब आरोपी के पैरंट्स, पड़ोसियों और दोस्तों से बातचीत करने के बाद सोशल इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट तैयार करेगी, जो इस मामले में अहम भूमिका निभा सकती है।