अयोध्या/नई दिल्ली
अयोध्या में राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद पर श्री श्री रविशंकर की मध्यस्थता की कोशिश पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब बातचीत में देर हो चुकी है। एक टीवी चैनल से बातचीत में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्री श्री रविशंकर से मुलाकात के दौरान राम मंदिर के मसले पर विस्तार से कोई बातचीत नहीं हुई। इस बीच श्री श्री रविशंकर मामले के पक्षकारों से मुलाकात के
योगी ने कहा, ‘यह सिर्फ शिष्टाचार मुलाकात थी। पूर्व परिचित होने के कारण यह एक औपचारिक मीटिंग थी। बातचीत से यदि इस मसले का समाधान संभव होता तो बहुत पहले ही हो गया होता। फिर भी कोई बातचीत की पहल करता है तो इसमें कोई बुराई नहीं है।’ योगी आदित्यनाथ के इस रवैये को श्री श्री के सुलह के प्रयासों के लिए झटका माना जा रहा है। इससे पहले बुधवार को ही सुन्नी वक्फ बोर्ड ने श्री श्री रविशंकर से मुलाकात करने से इनकार कर दिया था।
योगी ने कहा कि मैंने अयोध्या के अपने पहले दौरे पर ही कह दिया था कि यदि दोनों पक्ष किसी सहमति के बाद सरकार के पास आते हैं तो सरकार इस पर कुछ कर सकती है, लेकिन सरकार इस मामले में पक्ष नहीं है। बुधवार को ही श्री श्री रविशंकर ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी।
5 दिसंबर से सुप्रीम कोर्ट में होगी प्रतिदिन सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट में 5 दिसंबर से अयोध्या मसले पर हर दिन सुनवाई होगी। इससे पहले 30 अक्टूबर, 2008 को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने विवादित भूमि को तीन हिस्सों में विभाजित करते हुए दो हिस्सों को राम मंदिर के पैरोकारों और एक हिस्सा बाबरी मस्जिद के पैरोकारों को सौंपने का आदेश किया था।
पद्मावती पर बोले योगी, इतिहास से छेड़छाड़ ठीक नहीं
पद्मावती की रिलीज को टालने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखने की बाबत योगी आदित्यनाथ ने कहा कि फोर्स निकाय चुनाव में व्यस्त है। यदि कोई फिल्म में इतिहास से छेड़छाड़ के जरिए समाज में जहर घोलने का काम कर रहा हो तो इसे सही नहीं कहा जा सकता। योगी ने कहा कि मैं फिल्म पर रोक नहीं लगा सकता, लेकिन कानून व्यवस्था के मसले को देखना हमारा काम है।
स्वामी का ट्वीट, जागो हिंदुओं! पीछे हटने को तैयार नहीं मुस्लिम
बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने ट्वीट कर कहा, ‘हिंदुओं जागो! मुस्लिम नेता रामलला के जन्मस्थान पर मंदिर निर्माण के लिए मस्जिद से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं, जबकि मस्जिद को शिफ्ट भी किया जा सकता है।’