Home देश अब बीजेपी ने तोड़ी चुप्पी, पद्मावती के विरोधियों के साथ हुई खड़ी

अब बीजेपी ने तोड़ी चुप्पी, पद्मावती के विरोधियों के साथ हुई खड़ी

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नई दिल्ली

पद्मावती को लेकर छिड़ी जंग में एक रणनीतिक खामोशी के बाद अब बीजेपी नेताओं ने भी चुप्पी तोड़नी शुरू कर दी है। पद्मावती विवाद के हिंदू प्रतीकों और परंपराओं से जोड़ने की कोशिश बीजेपी को इसके पक्ष में खड़ा कर रही है। बीजेपी भी अक्सर आरोप लगाती रही है कि राजनीतिक रूप से प्रेरित दुष्प्रचार के तहत हिंदू प्रतीकों और परंपराओं के साथ छेड़छाड़ की जाती है। पद्मावती विवाद में भी इसे ध्यान में रखते हुए केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता नितिन गडकरी का बयान सामने आया है।

सड़क-परिवहन मंत्री गडकरी पद्मावती मामले में करणी सेना और राजपूतों के प्रतिनिधियों के पक्ष में खड़े दिख रहे हैं। गौरतलब है कि ये संगठन पद्मावती फिल्म का विरोध इस आधार पर कर रहे हैं कि इसमें रानी पद्मावती की कहानी के साथ छेड़छाड़ की है, जिन्होंने मिथकों के मुताबिक इज्जत बचाने के लिए ‘जौहर’ किया था। ऐसे वक्त में नितिन गडकरी भी टिप्पणी सामने आई है।

एक टीवी कॉन्क्लेव में इस संबंध में पूछे जाने पर गडकरी ने कहा है कि लोगों को नाराज होने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि ‘फिल्म निर्माताओं को ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए। उन्होंने आगे यह भी जोड़ा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार सर्वोच्च नहीं होता। पद्मिनी हमारे इतिहास का हिस्सा हैं और फिल्म निर्माताओं को संवेदनशीलता बनाए रखनी चाहिए।’ बीजेपी का यह रुख तब सामने आया है जब भगवा ब्रिगेड ने इस संबंध में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की एक कविता ढूंढ निकाली है और यूपी की योगी सरकार भी कह चुकी है कि फिल्म से भावनाएं भड़क सकती हैं।

पूर्व पीएम अटल ने राजपूत रानी पद्मिनी के उस सर्वोच्च बलिदान की प्रशंसा में लोकसभा में यह कविता पढ़ी थी। अटल की ‘भगवा है पद्मिनी की जौहर की ज्वाला’ कविता में चित्तौड़गढ़ के किले पर खिलजी के हमले के बाद इज्जत बचाने के लिए पद्मिनी के जौहर का जिक्र करती है। बीजेपी के कई विधायक संजय लीला भंसाली की इस फिल्म का विरोध कर रहे हैं। बीजेपी की गुजरात यूनिट ने भी मांग की है कि फिल्म की रिलीज को चुनावों तक टाला जाए।

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