महाराष्ट्र पुलिस मुख्यालय ने बीड पुलिस में तैनात 29 वर्षीय महिला कॉन्स्टेबल के सेक्स चेंज कराकर पुरुष कॉन्स्टेबल के रूप में नौकरी करते रहने के अनुरोध को ठुकरा दिया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राजेंद्र सिंह (प्रतिष्ठान) ने कहा, ‘पुलिस मैन्युअल, पुलिस भर्ती के नियम और सेवा नियम हमें कोई भी सकरात्मक उत्तर देने से रोकते हैं। महाराष्ट्र पुलिस के इतिहास में यह अपनी तरह का पहला मामला है। सभी कानूनी आधार को देखते हुए हमने बीड पुलिस को अपना उत्तर भेज दिया है।’
महाराष्ट्र पुलिस का यह जवाब शनिवार को बीड पुलिस के पास पहुंच गया और सोमवार को महिला कॉन्स्टेबल को इसके बारे में बताया जाएगा। बीड के एसपी ने जी श्रीधर ने राज्य मुख्यालय से जवाब मिलने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा, ‘महिला की याचिका को खारिज करने का पत्र हमें मिल गया है।’बता दें, महिला कॉन्स्टेबल ललिता साल्वी ने अपने अधिकारियों और स्टेट डेप्युटी जनरल सतीश माथुर से सेक्स चेंज सर्जरी की अनुमति मांगी थी और यह भी कहा था कि वह सर्विस में बने रहना चाहती हैं।
सेक्स चेंज करवाने का फैसला हालांकि व्यक्तिगत होता है लेकिन महिला के पुलिस विभाग से जुड़े होने की वजह से इस फैसले ने विभाग के लिए मुश्किल खड़ी कर दी थी। महिला कॉन्सटेबल का कहना है कि उसे महिला के रूप में रहने में दिक्कत हो रही है। साल्वी ने 2009 में महाराष्ट्र पुलिस जॉइन की थी और करीब दो महीने पहले उन्होंने सेक्स चेंज की अनुमति के लिए यह आवेदन किया है।
मजालगांव में पोस्टेड साल्वी ने अपने अधिकारियों को बताया कि उन्हें ‘जेंडर आइडेंटिटी डिसऑर्डर’ है। साल्वी के साथ काम करने वाली एक कॉन्स्टेबल ने बताया, ‘वह बीते चार साल से अपने लेटर्स में यह बात कह रही है। साल्वी ने अपनी शारीरिक बनावट में ऐसे बदलाव महसूस किए जो सिर्फ पुरुषों में होते हैं। इसके बाद उसे लगा कि वह एक पुरुष के रूप में ज्यादा सहज है।’