श्रीनगर
माता-पिता की अपील के बाद आतंक का रास्ता छोड़ एक और युवक सोमवार को दक्षिण कश्मीर स्थित अपने घर लौट आया। तीन दिन पहले ही अपनी मां की अपील के बाद एक आतंकी माजिद खान ने सरेंडर किया था। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में पहली बार 24*7 एक हेल्पलाइन नंबर लॉन्च किया गया है।
सीआरपीएफ द्वारा लॉन्च किए गए टोल फ्री नंबर 14411 का नाम ‘मददगार’ रखा गया है। कोई भी युवा जो आतंक की राह छोड़कर घर वापस आना चाहता है, इस पर फोन कर सकता है।सीआरपीएफ के आईजी जुल्फिकार हसन ने कहा, ‘मेरा मानना है कि कई सारे युवा आतंक की राह छोड़ना चाहते हैं। इसलिए हम उन्हें यह यकीन दिलाना चाहते हैं कि कोई भी आसानी से वापस आकर एक आजाद जिंदगी जी सकता है। फोन कर लौटने वाले किसी भी शख्स को प्रताड़ित नहीं किया जाएगा।’
मालूम हो कि फुटबॉलर से आतंकी बने माजिद खान की मां की अपील पिछले हफ्ते सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। इसके बाद माजिद ने सरेंडर कर दिया। पुलिस ने सोमवार को कहा, ‘अभिभावकों की अपील के बाद एक और युवक अपने घर लौट आया।सरेंडर किए युवा की सुरक्षा का हवाला देते हुए पुलिस ने उसके बारे में ज्यादा जानकारी देने से मना कर दिया। इस बीच एक दूसरा विडियो वायरल हो गया जिसमें शोपियां जिले के कापरिन इलाके के एक युवक का परिवार अपने बेटे आशिक हुसैन भट्ट से घर वापसी की अपील करता नजर आ रहा है।
ISके दावों के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने शुरू की जांच
आतंकी संगठन आईएस ने अपनी वेबसाइट पर हाल में ही कश्मीर में पहला हमला करने का दावा किया था और आगे भी ऐसे हमले जारी रखने की चेतावनी दी थी। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ गए हैं। वह जांच में जुट गई हैं। सूत्रों के अनुसार होम मिनिस्ट्री ने एक विंग का गठन किया है। इसका नाम टेररिजम ऐंड काउंटर रेडिकलाइजेशन डिविजन रखा गया है। इसके लिए हाल में सरेंडर किए फुटबॉलर माजिद खान से पूछताछ हो सकती है।
एजेंसियां पता लगाएंगी कि उसे आतंकवाद में घसीटने के पीछे किस संगठन का हाथ था। पिछले महीने ट्विटर और फेसबुक पर ऐसे दो अकाउंट्स का पता चला था, जो युवाओं को आईएस में शामिल करने का अभियान चला रहे थे। बाद में दोनों अकाउंट बंद हो गए। लेकिन उन्हें कौन चला रहा था, इसका खुलासा नहीं हुआ।