राजकोट
पटेलों के गढ़ समझे जाने वाले गुजरात के सौराष्ट्र इलाके में चुनाव प्रचार करने पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर इस समुदाय की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से ही कांग्रेस पार्टी पटेलों को नापंसद करती रही है। उन्होंने लोगों से कांग्रेस की रणनीति में नहीं फंसने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक जाति को दूसरी जाति के आगे खड़ा करना कांग्रेस की मानसिकता रही है।
राजकोट के जसदान में प्रधानमंत्री ने चाय को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस मुझे इसलिए नापसंद करती है क्योंकि मैं एक गरीब परिवार से हूं और चाय बेचकर आगे बढ़ा हूं। क्या एक पार्टी इतना गिर सकती है। हां, एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाला व्यक्ति पीएम बन गया। वे इस तथ्य के लिए अपनी घृणा को छिपा नहीं सके। हां, मैं चाय बेचता था लेकिन मैंने देश नहीं बेचा है। मैं कांग्रेस से अनुरोध करूंगा कि गरीबों और मेरे गरीब परिवार में जन्म लेने का उपहास न उड़ाएं। ‘
पीएम मोदी ने कहा, ‘जब सौराष्ट्र के बेटे केशुभाई पटेल सीएम बने तो कांग्रेस ने उन्हें हटाने की कोशिश की। उन्होंने ऐसी ही साजिश पटेल समुदाय की बेटी आनंदी बेन पटेल के साथ किया था। कांग्रेस ने हमेशा से ही गुजरात का नाम बदनाम किया है। कांग्रेस ने सरदार पटेल और मोरारजी देसाई के साथ क्या किया सब जानते हैं। यह सभी को देखना चाहिए। ऐसी कौन सी पार्टी है जिसने पूरे देश को कारागार में बदल दिया।’
उन्होंने कहा कि जनसंघ के समर्थन से पटेल समुदाय के बाबू भाई पटेल सीएम बने। कांग्रेस को यह पसंद नहीं आया और उसने यह सुनिश्चित किया कि बाबूभाई सरकार अपना कार्यकाल पूरा न कर पाए। जब चिमन भाई पटेल ने अपने पैरों पर खड़े होने की कोशिश करने लगे तो कांग्रेस नाराज हो गई। कांग्रेस ने उन्हें भी हटा दिया। यह बीजेपी थी जिसने चिमनभाई को अपना समर्थन दिया। बाद में चिमनभाई और केशूभाई पटेल ने मिलकर काम किया।
उन्होंने कहा, ‘सभी समस्याओं का हल विकास है और विकास जारी रहेगा। हम गुजरात के लोगों के लिए और ज्यादा विकास करना चाहते हैं। ये माटी मेरी मां है और जिंदगी लगा दूंगा इसका कर्ज चुकाने में। हम गरीबों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को सस्ता बना रहे हैं। जब हम सौराष्ट्र में नर्मदा का पानी ला रहे थे, तब कुछ लोग ऐसे थे जो हमारा मजाक उड़ा रहे थे। उनकी नकारात्मक राजनीति कई साल बीत जाने के बाद भी नहीं बदली है। विकास की राजनीति और सुशासन में हमारा विश्वास है।