हैदराबाद
हैदराबाद में ग्लोबल आन्ट्रप्रेन्योरशिप समिट 2017 के उद्घाटन के दौरान आर्थिक प्रगति में महिलाओं की भूमिका पर चर्चा जोरों पर रही। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की प्रगति में महिलाओं की उल्लेखनीय भूमिका को अपने चिर-परिचित अंदाज में याद किया। मोदी ने इतिहास और ग्रामीण परिवेश में महिलाओं के उल्लेखनीय योगदान को भी याद किया। पीएम मोदी ने कहा, ‘भारतीय महिलाएं जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़कर नेतृत्व कर रही हैं। चाहे हमारे अंतिरिक्ष कार्यक्रम हों, जैसे मंगलयान मिशन इसमें भी महिला वैज्ञानिकों का अहम योगदान है।’
प्रधानमंत्री ने को-ऑपरेटिव और उद्यमी गतिविधियों में दुग्ध क्रांति और लिज्जत पापड़ का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘हमारे यहां गुजरात की मिल्क को-ऑपरेटिव और श्री महिला गृह उद्योग लिज्जत पापड़ महिलाओं द्वारा संचालित को-ओपरेटिव गतिविधियों का सफल उदाहरण है, जिसे वैश्विक तौर पर पहचान मिली हुई है।’ उन्होंने कहा कि हमारी कृषि और इससे जुड़े क्षेत्रों में 60 फीसदी से ज्यादा महिला कामगार हैं।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने कहा, हमारे देश के चार पुराने हाई कोर्ट में से इस समय तीन हाई कोर्ट की चीफ जस्टिस महिला जज ही हैं। इसके अलावा स्थानीय निकायों में 33 फीसदी महिलाएं प्रतिनिधित्व करती हैं, जो जमीनी स्तर पर निर्णय लेने का काम करती हैं। इस मौके पर उन्होंने युवा आन्ट्रप्रेन्योर का भी आह्वान किया कि वे 2022 तक नव भारत के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा, ‘आप सबके पास कुछ न कुछ महत्वपूर्ण योगदान देने का मौका है… आप बदलते भारत में बदलाव के वाहक हैं।’ इस मौके पर पीएम ने यहां मौजूद दुनिया भर से आए आन्ट्रप्रेन्योर से अपील की कि वे भारत में आए और दुनिया व भारत के लिए निवेश करें।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं आप सभी को भारत की इस विकास गाथा में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता हूं।’ पीएम ने GES 2017 के जरिए सिलिकॉन वेली के हैदराबाद से जुड़ने की तारीफ करते हुए भारत और अमेरिका के रिश्तों को और करीब आने वाला करार दिया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की उपलब्धियों को भी गिनाया। उन्होंने यहां मेक इन इंडिया, मुद्रा स्कीम, आधार, भीम के महत्व को बताने के साथ-साथ अपनी सरकार के 3 साल का रिपोर्ट कार्ड भी पेश किया। इस मौके पर मोदी ने इस बात पर भी जोर दिया कि उनके नेतृत्व में सरकार बनने के बाद भारत में विदेशी निवेश और व्यापार के लिए के माहौल पहले से कहीं सकारात्मक और सुगम हुआ है।