नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य कुमार विश्वास ने बुधवार को ट्वीट कर ऐलान किया कि वह रविवार को पार्टी मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करेंगे। विश्वास ने जिस पोस्टर को ट्वीट किया है उसमें वह पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल की एक बड़ी सी तस्वीर के सामने खड़े दिख रहे हैं। यह तस्वीर पिछले रविवार को रामलीला मैदान में हुए पार्टी के स्थापना दिवस समारोह की है। विश्वास के पोस्टर में भी गूढ़ संदेश छिपा दिख रहा है, जैसे कि वह केजरीवाल को पार्टी का इकलौता चेहरा बनने/बनाए जाने को चुनौती दे रहे हैं।
विश्वास से जब संपर्क किया गया तो शुरुआत में उन्होंने पोस्टर में किसी भी तरह के सांकेतिक संदेश की बात को खारिज किया, लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि केजरीवाल को AAP का नेतृत्व करने के लिए चुना गया था। वह कांग्रेस या बीजेपी में जिस तरह पार्टी सुप्रीमो होते हैं, उस तरह नहीं थे। विश्वास ने जोर देकर कहा, ‘अरविंद समान कद के नेताओं में सिर्फ पहले हैं।’
उन्होंने ट्वीट में इस्तेमाल की गई तस्वीर को खास तवज्जो न दिए जाने की बात कही। उन्होंने सवाल किया, ‘फोटो से लोग असुरक्षित क्यों हो रहे हैं?’ विश्वास ने कहा कि उन्होंने जिस पोस्टर को ट्वीट किया उसे पार्टी के वॉलनटिअर्स ने बनाया है। वॉलनटिअर्स ने ही तस्वीर चुनी क्योंकि उन्हें यह उपयुक्त दिखा। AAP नेता ने कहा कि इसका बहुत ज्यादा मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए। पूरे मसले पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने टिप्पणी से इनकार किया।
रविवार को विश्वास ने पार्टी की स्थापना के 5 साल पूरा होने के मौके पर रामलीला मैदान में आयोजित कार्यक्रम में पार्टी की कार्यप्रणाली पर तीखे सवाल उठाए थे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आम आदमी पार्टी आंदोलन से बनी पार्टी है। विश्वास ने कहा कि अगर किसी आंदोलन को खत्म करना हो तो उसका कोई चेहरा बना दीजिए। विश्वास ने किसी का नाम तो नहीं लिया लेकिन उनका स्पष्ट इशारा पार्टी में मौजूदा वक्त में सत्ता तंत्र की तरफ था जिसकी उन्होंने आलोचना की।
पार्टी मुख्यालय में ‘संवाद’ कार्यक्रम को लेकर विश्वास ने कहा, ‘जैसा कि मैंने कहा कि उस दिन मेरे भाषण में उन पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं को आवाज मिली जिन्हें नहीं सुना जा रहा है। कार्यकर्ताओं को ऐसा न लगे, इसलिए मैं रविवार से शुरुआत कर रहा हूं।’ उन्होंने दावा किया कि स्थापना दिवस समारोह के बाद कई AAP कार्यकर्ताओं ने उनसे मुलाकात की और पार्टी के भीतर स्पष्ट संवाद की जरूरत पर जोर दिया।
विश्वास से जब यह पूछा गया कि उन्होंने कार्यक्रम स्थल के लिए पार्टी मुख्यालय को क्यों चुना और क्या इसका उद्देश्य पार्टी के आला नेताओं में अपनी स्थिति मजबूत करना है तो विश्वास ने कहा, ‘मैं AAP का संस्थापक सदस्य हूं इसलिए मुझे पार्टी दफ्तर में दूसरों की तरह ही बैठक बुलाने का पूरा हक है। वैसे भी कुछ के पास दिल्ली में बड़े-बड़े घर हैं, लेकिन मैं अब भी गाजियाबाद में रह रहा हूं, इसलिए मुझे लगता है कि कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए पार्टी दफ्तर सबसे मुफीद जगह है।’आप के राजस्थान प्रभारी विश्वास ने बताया कि वह इस तरह की बैठकें न सिर्फ दिल्ली में, बल्कि अन्य राज्यों में करते रहे हैं। चर्चाओं से लोगों को अपनी बात रखने का मौका मिलेगा।