अहमदाबाद
पीएम मोदी ने रविवार को अहमदाबाद में जनसभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रवाद के खिलाफ बोलने वालों पर हमला बोला। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह राष्ट्रवाद ही था, जिसने विदेश में फंसे भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने में मदद की। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले गांधीनगर के आर्चबिशप थॉमस मैकवान ने पत्र लिखकर ईसाई समुदाय के लोगों से देश को ‘राष्ट्रवादी ताकतों’ से बचाने का अनुरोध किया था। पीएम मोदी के इस बयान को जवाब के तौर पर देखा जा रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘जो लोग राष्ट्रवादियों के खिलाफ फतवे जारी कर रहे हैं, उन्हें उन प्रयासों पर भी गौर करना चाहिए जो फादर टॉम को वापस लाने के लिए किए गए। हम फादर प्रेम को भी स्वदेश लाने में कामयाब रहे, जिन्हें अफगानिस्तान में अगवा कर लिया गया था।’ गौरतलब है कि फादर टॉम उजुनालिल को यमन में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने बंधक बना लिया था। वह केरल के रहने वाले हैं।
पीएम ने आगे कहा कि यह केवल राष्ट्रवाद ही है, जिससे फादर टॉम और फादर प्रेम को छुड़ाकर लाना संभव हुआ। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जब जूडिथ डिसूजा का अपहरण हुआ था, हमने वह सब कुछ किया, जो भारत की इस बेटी को वापस लाने के लिए हम कर सकते थे। हमारी नर्सें पश्चिम एशिया में फंसी थीं। जब मानवीय काम करने वाली नर्सें फंसी हों तो भला कोई चैन से कैसे सो सकता है? उन्हें स्वदेश लाने के लिए हरसंभव प्रयास किए गए।’
इस मौके पर पीएम ने अथक प्रयास के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की जमकर तारीफ की। उन्होंने जोर देकर कहा, ‘क्या आपने देखा है, सुषमा जी कितनी सक्रिय हैं? मानवीय मूल्यों के तहत वह कई जरूरतमंद लोगों की मदद कर रही हैं- वे दुनिया के किसी भी हिस्से में हों लेकिन वह उनकी मदद करती हैं।’
मोदी ने आगे कहा, ‘स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के चलते गरीबों पर प्रतिकूल असर पड़ता है। हम इसे बदलना चाहते हैं और इसीलिए हमने स्टेंट्स को सस्ता किया है। हमारी प्राथमिकता स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के साथ इनोवेशन पर जोर देने की है।’ गुजरात में 9 और 14 दिसंबर को दो चरणों में चुनाव होने हैं, जबकि 18 दिसंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे।