नई दिल्ली
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अपनी भारतीय समकक्ष सुषमा स्वराज को पत्र लिखा है और भारत पर एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीजफायर उल्लंघन का आरोप लगाते हुए इसे बंद करने की गुजारिश की है। यह पत्र पिछले महीने सुषमा स्वराज को मिला था।
आसिफ ने अपने इस पत्र में लिखा है कि अब समय आ चुका है दोनों देश सीजफायर का उल्लंघन बंद करें क्योंकि इसमें बड़ी संख्या में निर्दोष नागरिकों की जान जा रही है। आसिफ ने अपने पत्र में यह आरोप भी लगाया कि भारतीय जवान फायरिंग कर पहले ‘उकसाते’ हैं जिसका पाकिस्तानी फौज केवल जवाब देती है। हालांकि, विदेश मंत्री ने अभी इस पत्र का पाकिस्तान को कोई जवाब नहीं दिया है लेकिन मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान का यह आरोप स्वीकार्य नहीं है। साल 2017 में सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तानी फौज द्वारा सीजफायर उल्लंघन के मामलों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी देखी गई है।
गृह मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल अक्टूबर तक पाकिस्तान ने इंटरनैशनल बॉर्डर और एलओसी पर 724 बार सीजफायर का उल्लंघन किया है जबकि पिछले पूरे साल में यह संख्या केवल 449 थी। अक्टूबर तक पाकिस्तान की फायरिंग में 12 नागरिकों और 17 भारतीय जवानों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।
भारत इस समय पाकिस्तान से यह गारंटी चाहता है कि वह ‘कथित’ भारतीय जासूस कुलभूषण जाधव के परिवार की सुरक्षा की गारंटी ले जो उनसे मिलने पाकिस्तान जाना चाहता है। पाकिस्तान ने हाल ही में जाधव की पत्नी को उनसे मिलने की इजाजत दी थी लेकिन भारत चाहता है कि जाधव की मां को भी उनसे मिलने की इजाजत दी जाए। सूत्रों के मुताबिक, हालांकि पाक विदेश मंत्री के इस पत्र में जाधव मामले का कोई जिक्र नहीं किया गया है।
भारतीय अधिकारी ऐसा नहीं मानते हैं कि इस पत्र के जरिए दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच बर्फ पिघलेगी। भारत का मानना है कि हाल में जमात उद दावा सरगना और मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की रिहाई से दोनों देशों के बीच और दूरी आ गई है। बता दें कि पिछले महीने रूस के सोची में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सम्मेलन में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाक पीएम शाहिद अब्बासी दोनों ने शिरकत की थी लेकिन दोनों ही पक्षों की ओर से औपचारिक मुलाकात की कोई पहल नहीं की गई।
पिछले कुछ महीनों से पाकिस्तान इस्लामाबाद में भारत के दूत को लगातार समन दे रहा है कि भारत की तरफ किए जाने वाले ‘कथित’ सीजफायर उल्लंघन से क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा को नुकसान पहुंच सकता है। अपने इस पत्र में भी आसिफ ने उल्टा भारत पर ही सीजफायर उल्लंघन का आरोप लगाया है। पाकिस्तान का दावा है कि इस साल भारत के जवानों ने कथित तौर पर 1,300 बार सीजफायर का उल्लंघन किया है जिसमें उसके 52 नागरिकों की मौत हुई है।