भोपाल
फर्जी ज्वाइनिंग लेटर लेकर गोविंदपुरा स्थित डीआरएम ऑफिस पहुंचे इंजीनियरिंग छात्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी छात्र ने आर्मी से रिटायर जवान से ढाई लाख रुपए में नौकरी लगवाने का सौदा किया था। आरोपी जवान ने कंप्यूटर ऑपरेटर की मदद से 10 मिनट में फर्जी लेटर बनाकर छात्र को थमा दिया था। गोविंदपुरा पुलिस के अनुसार मूलत: सतना निवासी सौरभ विश्वकर्मा (22) नीरजा नगर, जेके रोड में किराये से रहता है। वह ट्रिनिटी कॉलेज में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है।
इस साल उसका अंतिम सेमेस्टर था। सौरभ के ही बाजू से श्याम सिंह किराय से रहता है। जम्मू एंड कश्मीर में पदस्थ रहा श्याम सिंह सेना से रिटायर है। सौरभ को झांसा देकर उसने उसे अपनी बातों में ले लिया। उसने सौरभ को बताया कि उसकी रेलवे में अच्छी जुगाड़ है। वह उसे डीआरएम में नौकरी दिलवा सकता है।
सौरभ उसकी बातों में आ गया। इसके बाद उनके बीच सौदा ढाई लाख रुपए में पट गया। रुपए ज्वाइनिंग के बाद देने का तय हुआ था। श्याम ने लहारपुर निवासी गोलू उर्फ चंदू (27) पिता चंद्रप्रकाश वर्मा से संपर्क किया। गोलू टैक्सी चलाने से लेकर बिजली सुधारने और कंप्यूटर पर फर्जी दस्तावेज तक का बनाने का काम कर लेता है।
ऐसे ही काम के सिलसिले में श्याम की उससे दोस्ती हो गई थी। दोनों ने मिलकर डीआरएम ऑफिस के नाम पर सौरभ का ज्वानिंग लेटर तैयार किया। इसमें सौरभ को बतौर जेई की पोस्ट पर डीआरएम भोपाल में ज्वाइनिंग दिखाई गई। तीन दिन पहले सौरभ यही लेटर लेकर डीआरएम ऑफिस पहुंचा, लेकिन वह पकड़ा गया।
इसलिए आया पकड़ में
हाल में रेलवे में कोई पद ही नहीं निकला। ऐसे में सौरभ जब ज्वाइनिंग लेटर लेकर ऑफिस पहुंचा तो सभी के होश उड़ गए, लेकिन लेटर और अन्य दस्तावेजों की पड़ताल में सबकुछ सामने आ गया। डीआरएम आफिस के कर्मचारियों ने सौरभ को पकड़कर गोविंदपुरा पुलिस के हवाले कर दिया। यहां पुलिस ने सौरभ की निशानदेही पर श्याम सिंह और गोलू को भी गिरफ्तार कर लिया। गोलू ने ही फर्जी ज्वाइनिंग लेटर बनाया था। शुक्रवार दोपहर तीन बजे पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में पेश कर दिया।