मेरठ
बिजनौर में चलती ट्रेन में रेप के आरोपी सिपाही कमल शुक्ला को पुलिस ने जेल भेज दिया है। महिला का कोर्ट में बयान दर्ज कराने के बाद उसे परिजनों के हवाले कर उसके घर भेज दिया गया। इस बीच GRP पुलिस का दावा है कि बयान में महिला ने खुद के साथ रेप नहीं होने की बात कही है। मेडिकल जांच में भी रेप की पुष्टि नहीं हुई है। मेडिकल रिपोर्ट में महिला के गर्भवती होने की पुष्टि हुई है।
GRP नजीबाबाद के SHO और इस मामले के विवेचनाधिकारी विजय कुमार सिंह के मुताबिक महिला की मेडिकल जांच में रेप की पुष्टि नहीं हुई हैं बल्कि उसके गर्भवती होने की जानकारी मिली है। महिला ने कोर्ट में भी बयान दिए है जिसमें रेप नहीं होने की बात कही है। इसका सीधा मतलब है कि जो FIR महिला ने मंगलवार को लिखाई थी, उससे पलट गई है।
महिला ने बताया कि वह बीमार थी। वह जिस कोच में चढ़ी थी, उसमें जगह नहीं थी। महिला ने कहा, ‘सिपाही ने मेरी हालत देखकर दिव्यांग कोच में लिटा दिया। मैं सीट पर लेट गई। मेरी हालत बेहोशी जैसी थी।’ SHO का कहना है कि फिलहाल FIR दर्ज हो गई है इसलिए सिपाही को कोर्ट में पेशकर जेल भेज दिया गया है। अब बयानों के आधार पर आगे की जांच की जाएगी।