बर्मिंगम
भारत और बांग्लादेश के बीच गुरुवार को खेले गए सेमीफाइनल में 25 ओवर में 2 विकेट गंवाकर 150 के करीब पहुंच चुका बांग्लादेश इस अहम मुकाबले में मजबूत स्थिति में जाता दिख रहा था। तमीम इकबाल और मुशफिकुर रहीम की जोड़ी ने क्रीज पर मजबूती से अपने पांव जमा लिए थे और भारतीय टीम के रेगुलर बोलर अब उनके सामने फीके दिखने लगे थे।
इसके बाद टीम इंडिया ने केदार जाधव के हाथ में बॉल देकर यहां मास्टर स्ट्रोक खेला। कप्तान विराट कोहली और केदार जाधव इसका श्रेय पूर्व कप्तान एम. एस. धोनी को दे रहे हैं। मैच के बाद कोहली ने टीम इंडिया की इस चाल के बारे में बताया तो उन्होंने इसका सारा श्रेय सीनियर खिलाड़ी एम. धोनी को दिया।
कोहली ने कहा, ‘जब हमने केदार को बॉल दी थी, तो हम विकेट का नहीं सोच रहे थे, हमारा मकसद मजबूत हो चुकी इस जोड़ी को थोड़ा परेशान करने का था। लेकिन जाधव इन दोनों बल्लेबाजों (तमीम और मुशफिकुर) के विकेट चटकाकर पूरा खेल ही बदल दिया।’
विराट कोहली ने कहा, ‘इसका पूरा श्रेय मुझे नहीं जाता क्योंकि इससे पहले मैंने एमएस (धोनी) से पूछा था। तब हमने सोचा था खेल के इस क्षण में यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है। केदार ने सचमुच शानदार बोलिंग की। वह नेट्स में बहुत ज्यादा गेंदबाजी नहीं करता, लेकिन वह एक स्मार्ट क्रिकेटर है। अगर आप बोलिंग के दौरान एक बल्लेबाज की तरह सोच सकते हैं, तो यह एक अडवांटेज होता है। यह विकेट संपूर्ण रूप से एक बोनस था। इस पर हम अपने रेगुलर बोलर्स को थोड़ा ब्रेक देना चाहते थे।’
केदार जाधव ने कहा कि वह क्रिकेट की फील्ड पर धोनी जो भी करें, वह उनकी सोच को पसंद करते हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं अपनी गेंदबाजी पर ज्यादा काम नहीं करता, लेकिन जब से मैं टीम इंडिया के साथ हूं तो मैं एमएस धोनी से इस सिलसिले में बात करता रहता हूं।’ जाधव ने बताया कि वह जब भी बोलिंग करते हैं, विकेट के पीछे खड़े धोनी उन्हें हाथ से इशारा कर बता देतें हैं कि अब मुझे क्या करना है। उनकी सलाह काम आती है।’