बर्मिंघम
महेंद्र सिंह धोनी को समझदार क्रिकेटरों को निखारने और उन्हें मैच विजेता में बदलने के लिए जाना जाता है. धोनी जब कप्तान थे तो वह रविंद्र जडेजा के साथ सफलतापूर्वक ऐसा कर चुके हैं. जबकि अब वो केदार जाधव को मैच विजेता के रूप में ढालने में विराट कोहली की मदद कर रहे हैं. पार्ट टाइम स्पिनर जाधव ने बांग्लादेश के खिलाफ सेमीफाइनल में तमीम इकबाल और मुशफिकुर रहीम जैसे जमे हुए बल्लेबाजों को आउट करके भारत की नौ विकेट की जीत में अहम भूमिका निभाई.
जाधव बोले ‘धोनी भाई की आंखों पढ़ने की कोशिश करता हूं’
जाधव ने कहा, ‘जब से मैं भारतीय टीम में आया हूं तब से मैं एमएस धोनी के साथ काफी समय बिता रहा हूं और उनकी जानकारी से सीखने की कोशिश करता हूं. उन्होंने कहा, मेरा उनके साथ जुड़ाव है और मैं उनकी आंखों में पढ़ने की कोशिश करता हूं कि वह कहां चाहते हैं कि मैं गेंदबाजी करूं. मैं सिर्फ वैसी गेंदबाजी करने की कोशिश करता हूं और यह काम करता है. जाधव के इस खुलासे से स्पष्ट होता है कि कोहली के लिए रणनीति को निखारने में पूर्व भारतीय कप्तान धोनी की क्या भूमिका है.
कोहली ने भी बताया चालाक क्रिकेटर है जाधव
कोहली ने भी स्वीकार किया था कि बांग्लादेश के बल्लेबाज जब अन्य स्पिनरों को आराम से खेल रहे थे तो धोनी ने जाधव से गेंदबाजी कराने का सुझाव दिया था. कोहली ने कहा, ‘केदार नेट पर काफी गेंदबाजी नहीं करता लेकिन वो चालाक क्रिकेटर हैं. उसे पता है कि कहां बल्लेबाज को परेशानी होगी और गेंदबाजी करते हुए अगर आप बल्लेबाज की तरह सोच पाते हो तो बेशक इससे कोई भी गेंदबाज फायदे की स्थिति में होता है. जाधव भी अपने कप्तान की इस बात से सहमत हैं.