नई दिल्ली
पासपोर्ट एक्ट के 50 साल पूरे होने पर राजधानी में हुए समारोह में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शुक्रवार को इन बातों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यों तो फॉर्म अंग्रेजी में भरना इंटरनैशनल कारणों से जरूरी होता है, लेकिन जर्मनी वाले जर्मन में बनाते हैं, रूस वाले रूसी में बनाते हैं तो हम हिंदी में क्यों नहीं बना सकते हैं। अब नासिक प्रिंटिंग प्रेस को जो ऑर्डर दिया गया है, उनमें हमने पासपोर्ट को दो भाषाओं में करने का निर्णय लिया है। आगे जो भी आपको पासपोर्ट मिलेंगे, वे दो भाषाओं में मिलेंगे।
विदेश मंत्री ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के बीच पासपोर्ट की डिमांड बढ़ गई है। आजकल लोग बाहर घूमने जाते हैं तो बच्चों को भी साथ लेकर जाते हैं। इस तरह बच्चों के भी पासपोर्ट की जरूरत होती है। 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के नागरिकों को और 8 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को पासपोर्ट फीस में 10% की छूट दी जाएगी, जो शनिवार से ही लागू हो जाएगी।
मंत्री ने कहा कि पासपोर्ट में सबसे ज्यादा दिक्कत की शिकायत पुलिस वेरिफिकेशन में आती है। हमने एक योजना निकाली, जिसके तहत आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर आईडी के साथ यह लिखकर देना होगा कि मेरे खिलाफ कोई आपराधिक मुकदमा नहीं है तो पुलिस वेरिफिकेशन बाद में होगा। हमने देखा कि गांवों में पैन कार्ड की कमी है तो अब हम पैन कार्ड की जगह राशन कार्ड की कॉपी देने की भी छूट दे रहे हैं। हमने पुलिस वेरिफिकेशन के लिए एक ऐप भी बनाया है, जिसके बाद छह जगहों तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, गोवा, गुजरात , चंडीगढ़ और दिल्ली में पुलिस वेरिफिकेशन की समय सीमा घट कर एक सप्ताह से कम रह गई है। हम चाहते हैं कि दूसरे राज्यों में भी इसे अपनाया जाए।