खालिस्तान की मांग कर रहे आतंकवादियों की मदद करने वाले तीन आरोपियों को ग्वालियर के थाटीपुर और डबरा से गिरफ्तार किया गया है। संयुक्त कार्रवाई एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) पंजाब और थाटीपुर थाने की पुलिस ने की है। थाटीपुर थाने के प्रभारी यशवंत गोयल के अनुसार गिरफ्तार लोगों में डबरा से बलबिंदर गिल, चीनौर से बलकार सिंह व शहर के थाटीपुर थानाक्षेत्र से दुल्लपुर में ठिकाना बनाकर रह रहे सतेन्द्र उर्फ छोटू रावत निवासी डबरा शामिल है।
तीनों की गिरफ्तारी डालकर पंजाब पुलिस अपने साथ ले गई है। बताया जाता है कि पकड़े गये आरोपी दो साल से खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स (केएलएफ) के संपर्क में थे। साथ ही इन पर हथियार सप्लाई का भी संदेह है। पकड़े गए तीनों युवकों पर पंजाब के चंड़ीगढ़ में यूएपी एक्ट (आतंकवाद गतिविधियों में मदद करने पर लगने वाली धारा) की धारा 17, 18, 19 व 20 के तहत मामले दर्ज हैं। दो दिन से पंजाब चड़ीगढ़ पुलिस ग्वालियर में डेरा जमाए बैठी थी। बुधवार शाम एटीएम, पंजाब पुलिस को इन युवकों को पकड़ने में कामयाबी मिली है।
खालिस्तान की मांग करते रहे हैं
भारत के पंजाब प्रांत में खालिस्तान की मांग कर रहे खलिस्तान लिब्रेशन फोर्स को प्रतिबंधित किया गया है। देश की सुरक्षा एजेंसी भी इन पर नजर रखे हुए हैं। कुछ समय पहले चंडीगढ़ में मामला दर्ज करने के बाद केएलएफ के एक सदस्य के पकड़े जाने के बाद ग्वालियर के तीन युवकों जिनमें दो सिख हैं उनसे मदद मिलने की बात सामने आई थी। जिसके बाद बलबिंदर, बलकार सिंह व सतेन्द्र की तलाश शुरू हुई। यह दो साल से आतंकवादियो के सम्पर्क में हैं ऐसा पता लगा है।
हथियार सप्लाई का भी संदेह
सूत्रों के हवाले से खबर है कि तीनों केएलएफ के सदस्यों की मदद करने वाली सेल से जुडे हुए हैं। तीनों कई बार हथियार भी सप्लाई कर चुके हैं, लेकिन पंजाब पुलिस ने इस संबंध में ग्वालियर पुलिस को कुछ भी पुष्टि नहीं की है। वह तीनों को साथ लेकर निकल गई है।