इस बार गणेशोत्सव 10 की बजाए 11 दिन का होगा और 12 वें दिन अनंत चतुर्दशी पर उनकी विदाई होगी। इसके चलते भक्तों और उत्सव प्रेमियों को गणनायक की आराधना के लिए एक दिन अतिरिक्त मिलेगा। भगवान गणेश की स्थापना मंगलकारी रवि योग में 25 सितंबर को होगी जबकि अनंत चतुर्दशी पर 5 अगस्त को विसर्जन किया जाएगा। इस दिन से ही श्राद्ध पक्ष की शुरुआत भी होगी।
भाद्रपद माह की शुक्लपक्ष की चतुर्थी पर गणेश स्थापना घरों के साथ शहर में 800 से अधिक स्थानों पर की जाएगी। चतुर्थी तिथि 24 की रात 8.27 बजे लगेगी जो अगले दिन 25 अगस्त को रात 8.31 बजे तक रहेगी। इस दिन सूर्योदय से दोपहर 2.36 तक मंगलकारी रवि योग रहेगा।
ज्योर्तिविद् श्यामजी बापू ने बताया कि रवि योग में भगवान गणेश की स्थापना शुभ फल प्रदान करेगी। पं. ओम वशिष्ठ ने बताया कि दशमी तिथि 31 अगस्त और 1 सितंबर दो दिन रहेगी। इसके चलते गणेशोत्सव इस बार 10 की बजाए 11 दिन मनाया जाएगा। 5 सितंबर को अनंत चतुर्दशी दोपहर 12.41 बजे तक रहेगी। इसके बाद 12.42 से पूर्णिमा तिथि लगेगी। इस दिन से सोलह श्राद्ध की शुरुआत भी होगी। गणेश विसर्जन 12.41 से पहले करना शास्त्र सम्मत होगा।